सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

एनएचपीसी और आईआईटी रुड़की के बीच समझौता

एनएचपीसी और आईआईटी रुड़की के बीच समझौता


 रुड़की (ख.सं.)। एनएचपीसी, भारत की अग्रणी जलविद्युत कंपनी ने आईआईटी, रुड़की के साथ "आईआईटी, रुड़की में एनएचपीसी चेयर प्रोफेसरशिप की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) और अनुसंधान व विकास कार्यों के लिए करार ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए गोबिंद वैद्य, कार्यपालक निदेशक (आर एंड डी), एनएचपीसी और प्रो. एम. परिदा, डीन (प्रायोजित अनुसंधान और औद्योगिक परामर्श), आईआईटी रुड़की ने क्रमशः एनएचपीसी और आईआईटी रुड़की की ओर से समझौता ज्ञापन और फरार ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए


इस अवसर पर जनार्दन चौधरी, निदेशक (तकनीकी), एनएचपीसी, आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी और एनएचपीसी के स्वतंत्र निदेशक प्रो. अरुण कुमार के साथ प्रो. बी.के. मिश्रा, डीन (फैकल्टी अफेयर्स) श्रा, डीन (फेकल्टी अफेयस) तथा आईआईटी रुड़की के सभी एनएचपीसी चेयर प्रोफेसर देश में जलविद्युत विकास के एक राजदूत के रूप में कार्य करेग, जो जाइआइटी रुड़की और भारतीय शिक्षाविदों में जलविद्युत क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और विकास को उत्प्रेरित करेंगे, साथ ही साथ स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए जलवायु परिवर्तन प्रोटोकॉल के अध्ययन और इसे लागू करने सहित जल संसाधन और जलविद्युत विकास परियोजनाओं के पर्यावरण और सामाजिक प्रभावों पर आईआईटी रुड़की और भारतीय शिक्षाविदों में अध्ययन की सुविधा प्रदान अथवा अध्ययन का कार्य करेंगे । इस सहभागिता के महत्व के बारे में बोलते हुए, जनार्दन चौधरी, निदेशक निक (तकनीकी), एनएचपीसी ने कहा, "हम अनुसंधान क्षेत्र, क्षमता निर्माण और विशेष रूप से हाइडो सेक्टर की साझेदारी में प्रवेश कर रहे हैं । अक्षय ऊर्जा के संवर्दधन के साथ आज के ऊर्जा बाजार में इस क्षेत्र के विकास की आवश्यकता बहुत अधिक महसूस की जा रही है । हम आगे देख रहे हैं कि कैसे इस क्षेत्र को सिस्टम स्थिरता में के जगह मिल सकती है या इस स्थिरता उत्पादन को एकीकृत और सुधारा जा सकता हैसमारोह और परिवर्तनशीलता और सीमा की अपने जयंती आवश्यकता को कैसे पूरा किया जा तहत सकता है, जो अक्षय ऊर्जा के बहुत से संयंत्रों विकल्पों के एकीकरण से प्राप्त होगा। गतिविधियों इसके अलावा, जनार्दन चौधरी ने कहा, प्रतियोगिताहम आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्रों स्टील की महत्वपूर्ण उपस्थिति और भूकंप स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग के प्रभाव की करने सराहना करते हैंसंयुक्त सचिव बिनॉय कुमार


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बारिश भी नहीं रोक पाई आस्था का सैलाब, हज़ारों भक्त, कनक दंडवत, डिग्गी कल्याण पद यात्रा : विजय शंकर पाण्डेय

  बारिश भी नहीं रोक पाई आस्था का सैलाब, हज़ारों भक्त, कनक दंडवत, डिग्गी कल्याण पद यात्रा : विजय शंकर  पाण्डेय   जयपुर (ख.सं.)।  जयपुर डिग्गी कल्याण जी पदयात्रा रवाना आज जयपुर ताडकेश्वर मन्दिर चौडा रास्ता से हर वर्ष की तरह डिग्गी कल्याण जी लखी पदयात्रा रवाना हुई जिसका रास्ते में भक्तो द्वारा जगह जगह स्वागत नाश्ता, भोजन व्यवस्था रहेगी। आज ताडकेश्वर मन्दिर से आयोजक श्री जी लोहिया द्वारा उप मुख्यमंत्री श्रीमती दिया कुमारी जी, एम एल ए गोपाल शर्मा, त्रिवेणी धाम खोजी जी द्वाराचार्य श्री राम रिछपाल दास जी, अवधेशाचार्य जी, धर्म प्रचारक विजय शंकर पाण्डेय ने ध्वज पूजन कर रवाना किया इस अवसर पर श्री जी लोहिया ने सभी को माला दुप्पटा ओढा कर सम्मान किया इस अवसर पर धर्म प्रचारक विजय शंकर पाण्डेय बताया कि डिग्गी कल्याण जी की 60वीं लक्खी पदयात्रा 31 जुलाई को जयपुर के ताड़केश्वर महादेव मंदिर से शुरू हुई थी। यह यात्रा लगभग 90 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 4 अगस्त को डिग्गीपुरी कल्याण जी मंदिर पहुंचेगी।  हमारे खबर संग्रह संवाददाता को यात्रा के मुख्य बिंदु चर्चा में बताया कि यात्र...

जम्मू कश्मीर में सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के अधीन:मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला

नई दिल्ली (ख.स.)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में उमर अब्दुल्ला ने जो कहा उसकी अपेक्षा एक मुख्यमंत्री से की जाती है, ये बात सही है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है जिसमें मुख्यमंत्री के हाथ में सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन फिर भी उमर अब्दुल्ला ने जो चिंता पहलगाम हमले के बाद विधानसभा के विशेष सत्र में ज़ाहिर की, उसने राष्ट्र के मसले पर भारत की मजबूत एकता का ही एक प्रमाण दिया है। जो एक बड़ी बात है जो उमर अब्दुल्ला ने कही कि बेशक उनके हाथ में कुछ नहीं है लेकिन मेज़बान होने के नाते उनकी ज़िम्मेदारी थी कि जो लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से कश्मीर आए उन्हें सकुशल वापस भेजा जाए जो नहीं हुआ।  मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला विधानसभा में भावुक होकर बोले कि इस हमले ने हमें अंदर से खोखला किया है, क्या जवाब दूं मैं उस नेवी अफसर की विधवा को, उस छोटे बच्चे को जिसने अपने पिता को खून में लथपथ देखा है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अतीत में हमने कश्मीरी पंडितों और सिख समुदायों पर आतंकी हमले होते देखे हैं, लंबे वक्त के बाद ऐसा हमला हुआ है. मेरे पास पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से मा...

उत्तर रेलवे ने सिगनल प्रणाली को आधुनिक

उत्तर रेलवे ने सिगनल प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए रेलटेल एंटरप्राइजिज के साथ समझौता:टी.पी. सिंह   नई दिल्ली (ख स.) रेलटेल कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कम्पनी रेलटेल एंटरप्राइजिज लिमिटेड(आर.ई.एल.) को उत्तर रेलवे के 13 रेलवे स्टेशनों पर  पुराने मैकेनिकल सिगनलिंग उपकरणों को बदलने और उनके स्थान पर अत्याधुनिक इलैक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली लगाने का कार्य सौंपा गया है । मौजूदा मैकेनिकल सिगनलिंग प्रणाली में सिगनलडाउन  करने और पटरियों को बदलने के लिए लीवर फ्रेमों का इस्तेमाल होता है । नई इलैक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिगनलिंग प्रणाली माऊस के एक क्लिक से ही सिगनल डाउन  करने और पटरियों को बदलने में सक्षम होगी ।  आर.ई.एल. को जिन 13 रेलवे स्टेशनों का कार्य सौंपा गया है उनमें से 3 दिल्ली मंडल और 10 अम्बाला मंडल के हैं । दिल्ली मंडल के 3 स्टेशनों में कलायत, कैथल और पेहोवा रोड और अम्बाला मंडल के 10 रेलवे स्टेशनों में आनन्‍दपुर साहिब, नंगलडैम, रोपड़ थर्मल प्लांट, बलुआना, गिद्दडबाहा, मलौट, पक्की, पंजकोसी, हिंदूमलकोट और फ...