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प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश को देश के सबसे विकसित राज्य के रूप में देखना चाहते हैं : ठाकुर

प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश को देश के सबसे विकसित राज्य के रूप में देखना चाहते हैं : ठाकुर


मण्डी (ख. स.) धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में उस समय इतिहास बन गया जब मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान लगभग 285 करोड़ रुपये की लागत की विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिलाएं व शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने संधोल में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर को उनके जन्मदिन पर बधाई दी तथा कहा कि मंत्री द्वारा क्षेत्र में किए गए विकास कार्य सभी के लिए भी प्रेरणा के स्रोत हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदैव ही हिमाचल प्रदेश को देश के सबसे विकसित राज्य के रूप में देखना चाहते हैं।



उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश को एक वर्ष के छोटे से कार्यकाल के दौरान 10 हजार करोड़ रुपये की उदार वित्तीय सहायता प्रदान की है। अपने शुरूआती जीवन को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने गरीबी को नजदीकी से देखा है और वे आम लोगों की आकाक्षाओं और जरूरतों से भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने सुनिश्चित बनाया है कि विकास के मामले में गरीब व निचले स्तर पर रह रहे लोगों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और प्रदेश सरकार के सभी कार्यक्रम और नीतियां आम लोगों के उत्थान को लक्षित हैं। सार्वजनिक उन्होंने संधोल में पथ परिवहन निगम के उप-डिपो खोलने की घोषणा की तथा कहा कि लोगों की सुविधा के लिए संधोल में उपमण्डलाधिकारी छः दिन बैठेंगे। उन्होंने माध्यमिक पाठशाला कुन को उच्च पाठशाला में स्तरोन्नत करने तथा झांगी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की भी घोषणा की। महेन्द्र सिंह ठाकुर ने अपने विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर और संधोल क्षेत्रों में करोड़ों रुपये की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद किया, जिनसे विकास के नए द्वार खुलेंगे। उन्होंने कहा कि बक्कर खुड पर बनने वाले पुल से मंडी और हमीरपुर जिलों के बीच संबंधों को सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी। सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि राज्य के लोग भाग्यशाली हैं, क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उदारता और स्नेह मिला है। उन्होंने कहा कि केंद्र की उदार सहायता के कारण राज्य में विकास को गति मिली है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने संधोल के बहु ग्राम जलापूर्ति योजना और धर्मपुर खण्ड के लिए 48.79 करोड़ रुपये की लागत से पुरा होने वाली पुरानी जलापूर्ति योजनाओं के जीर्णोद्धार की आधारशिलाएं रखीं। उन्होंने संधोल में 11.72 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मिनी सचिवालय भवन तथा 5.15 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले आईटीआइ भवन, 1.30 करोड़ रुपये की लागत से कोथुआं-चतरौं सड़क के मसोट खड्डु पर बनने वाले पुल की आधारशिला भी रखी। उन्होंने 1.25 करोड़ रुपये की लागत से ललाना से भूर सड़क की झाँगी खड्डु पर बनने वाले पुल, 1.09 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले देओल से लेहसानी सड़क के त्रियाल नाला पर बनने वाले पुल, 19.81 करोड़ रुपये की लागत से झरेड़ से छंब सड़क के बक्कर खड्डु पर निर्मित होने वाले पुल, संधोल में 19.50 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रेशम पालन भवन तथा संधोल में 991 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले नागरिक अस्पताल की आधारशिलाएं भी रखीं।उन्होंने संधोल में 75.12 लाख रुपये की लागत से निर्मित दयोल, कून, बलयाली जलापूर्ति योजनाओं के लोकार्पण भी किए। ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, विधायक कर्नल इंद्र सिंह, इंदर सिंह गांधी, विनोद कुमार, जवाहर ठाकुर और प्रकाश राणा तथा भाजपा मण्डलाध्यक्ष पूरन चंद सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।


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