यूपी में तत्काल भरे जाएं स्पोट्र्स कोटा पद : योगी

यूपी में तत्काल भरे जाएं स्पोट्र्स कोटा पद : योगी


लखनऊ(ख स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि उत्सव के साथ उद्देश्य होना चाहिए। राज्यपाल राम नाईक के साथ वह उत्तर प्रदेश के 69वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में शामिल हुए तो विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का भी शुभारंभ किया। इस मौके पर श्री नाईक और श्री योगी ने हस्तशिल्प, हथकरघा, उद्यमिता तथा खेल आदि क्षेत्रों में 193 हुनरमंद राज्य स्तरीय पुरस्कार से पुरस्कृत किये और 800 करोड़ रुपये की परियोजना का शुभारंभ किया। श्री योगी ने खिलाडियों को पुरस्कृ त करते हुए मुख्य सचिव को जिम्मेदारी सौंपी। कहा, खिलाड़ी कोटे के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए शीघ्र अधिसूचना जारी की जाए, ताकि खिलाडियों के आगे आजीविका का कोई संकट न हो। श्री योगी ने हर गांव में युवक मंगल दल को खेल किट उपलब्ध कराने के साथ खेल का मैदान विकसित करने पर जोर दिया। आठ महिला खिलाडियों को लक्ष्मीबाई पुरस्कार तथा आठ पुरुष खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।



मुख्यमंत्री ने दिव्यांग पर्वतारोही पदमश्री अरुणिमा सिन्हा को 11 लाख रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की। अवध शिल्पग्राम में शासकीय स्तर पर दूसरे वर्ष मनाये जा रहे उत्तर प्रदेश दिवस में गुरुवार को राज्यपाल और मुख्यमंत्री की खुशी छलक रही थी। श्री योगी ने उप्र स्थापना दिवस समारोह आयोजित करने का श्रेय राज्यपाल को देते हुए उनकी जमकर तारीफ की। कहा, राज्यपाल असीम ऊर्जा प्रेरणा के स्रोत हैं। वह 87 वर्ष के युवा हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस में उनके साथ बिताए तीन दिनों के अनुभव साझा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को ऐसा राज्यपाल पहली बार मिला जिसने जनता के लिए राजभवन का दरवाजा खोला हो। श्री योगी ने एक जिला-एक उत्पाद और इन्वेस्टर्स समिट जैसे आयोजनों से बदल रहे उत्तर प्रदेश की चर्चा की तो सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी की सराहना करना भी नहीं भूले। कहा, यह जामवंत की भूमिका में यज्ञ को पूरा करके ही दम लेते हैं। पिछले वर्ष उप्र दिवस के मौके पर ही एक जिला-एक उत्पाद योजना की शुरुआत हुई थी। श्री योगी ने बताया कि इस योजना में अब तक 78 हजार लाभार्थियों को जोड़ा गया और उन्हें 7500 करोड़ की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई गई। दावा किया कि इसके तहत पांच वर्ष में 20 लाख लोगों को रोजगार देंगे। आयोजन में श्री नाईक और श्री योगी ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के प्रथम चरण में 1500 लाभार्थियों को टूल किट और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए। इनके लिए बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री और हस्तशिल्पियों की 15 श्रेणी तय की है। प्रदेश में 60 हजार गांव हैं और पांच लाख से अधिक लोगों को इस योजना में स्वावलंबी बनाएंगे। श्री योगी ने पिछली सरकारों का नाम लिए बिना उत्तर प्रदेश की बदहाली का जिक्र किया और कहा, अब पर्यटन और स्वच्छता के क्षेत्र में यह प्रदेश नंबर एक होने की लड़ाई लड़ रहा है। Bp उप्र दिवस के प्रणेता राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि मैंने इस सरकार को शपथ दिलाई थी और एक दिन भी मेरे मन में यह नहीं आया कि शपथ दिलाकर कोई गलती की। उन्होंने कहा कि उप्र अब सर्वोत्तम प्रदेश बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर सराहना की। कहा, उप्र दिवस शुरू करने के लिए मैंने अखिलेश यादव को भी सलाह दी थी लेकिन, उन्हें इसका निर्णय लेने का समय नहीं मिला। श्री नाईक ने उप्र दिवस समारोह शासकीय स्तर पर मनाये जाने की पूरी कहानी दोहराई। इलाहाबाद नाम प्रयागराज और फैजाबाद अयोध्या किये जाने को एक बड़ा परिवर्तन बतायाकहा, उप्र के विकास की सेकेंड गियर से अब थर्ड गियर में है। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष नारायण दीक्षित, महापौर संयुक्ता और खेल मंत्री चेतन चौहान भी थे। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा कि डेढ़ वर्ष में उप्र अपराध मुक्त और यह रोजगार के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। आइटी उद्योग में क्रांति और 65 फीसद मोबाइल यहीं बन बंद हो रहे उद्योगों को नया जीवन है और हम पूर्ण साक्षरता की ओर हैंदुग्ध विकास मंत्री चौधरी नारायण ने योगी की सराहना कीसत्यदेव पचौरी ने आभार ज्ञापन कियामुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय योजनाओं पर प्रकाश डाला अतिथियों को स्वागत किया।


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