पीयूष गोयल ने खोला खजाना
नई दिल्ली (ख. स.) मोदी सरकार ने आसन्न आम चुनाव के मद्देनजर किसानों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, नौकरीपेशा लोगों के लिए अपना खजाना खोलते हुये अगले वित्त वर्ष के अंत रम बजट में घोषणाओं की झड़ी लगा दी। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में शुक्रवार को अंतिम बजट पेश करते हुये छोटे तथा सीमांत किसानो का मदद के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि बनाने की घोषणा की जिसके तहत दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसानों को सालाना छह हजार रुपये रिपीट छह हजार रूपये की मदद दी जायेगी। वित्त मंत्री ने बताया कि यह योजना गत एक दिसंबर से लागू मानी जायेगी। इसके तहत मदद की राशि सीधे किसानों के खाते में डीबीटी के जरिये जमा की जायेगी। इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार उठायेगी। यह राशि दो-दो हजार की तीन बराबर किस्तों में दी जायेगी पहली किस्त जल्द किसानों के खाते में भेज दी जायेगी। इससे करीब 12 करोड़ किसान परिवारों को लाभ मिलेगा। इससे सरकारी खजाने पर सालाना करीब 75 हजार करोड़ रुपये का बोझ आयेगा। पीयूष गोयल ने बजट 2019 भाषण में असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए बड़ा ऐलान किया। वित्तमंत्री ने श्रमयोगी मानवधन योजना शुरू करने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानवधन योजना के तहत 60 साल पूरे होने पर 3000 हजार रुपए प्रति महीने पेंशन मिलेगी। इस योजना का लाभ रिक्शा चालक, रेहड़ी पटरी पर अपना रोजगार चलाने वाले लोगों को मिलेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि छोटे-मोटे रोजगार करके परिवार का पालन करने वाले लोगों को बुढ़ापे में काफी दिक्कत होती है। उनका ना तो पीएफ होता है और न ही उन्हें पेंशन मिलती है। ऐसे लोगों का ख्याल रखते हुए सरकार ने श्रमयोगी मानवधन योजना की शुरुआत की है। श्रमयोगी मानवधन योजना के तहत 15 हजार रुपये तक कमाने वाले 10 करोड़ श्रमिकों को लाभ मिलेगा. योजना के लिए हर महीने 55 रुपये देने होंगे। योजना का फायदा रिक्शे वाले और कचरे बीनने वाले को भी मिलेगापेंशन योजना के लिए शुरुआत में 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया. पेंशन योजना का फायदा 10 करोड़ लोगों को मिलेगा। पेंशन योजना की शुरुआत इसी वर्ष से की जाएगी। प्रधानमंत्री श्रम धन मानव धन योजना के तहत 29 साल की उम्र में कामगार को 60 साल तक 100 रुपये देने होंगे। इसके अलावा वित्तमंत्री ने श्रमिकों का बोनस बढ़ाकर 7 हजार रुपये कर दिया है। 21 हजार रुपये तक के वेतन वालों को बोनस मिलेगा। श्रमिक की मौत पर अब 2.5 लाख रुपये की बजाय 6 लाख रुपये मुआवजा मिलेगावित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मार्च तक उन सभी 25 करोड़ घरों या परिवारों तक बिजली पहुंच जाएगी, जो अभी इससे वंचित है। उन्होंने लोकसभा में वित्त वर्ष 2019-20 का बजट पेश करते हुए कहा कि सौभाग्य योजना का काम लगभग पूरा हो गया है। गोयल ने कहा कि घरों के विद्युतीकरण का काम लगभग पूरा हो चुका है। ढाई करोड़ ऐसे घरों की पहचान की गई है जहां अभी बिजली नहीं है। सौभाग्य योजना के तहत सभी इच्छुक परिवारों को मार्च 2019 तक बिजली का कनेक्शन मिल जाएगासौभाग्य पोर्टल के अनुसार 16,320 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य) के तहत 2,48,19,168 परिवारों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। सौभाग्य योजना सितंबर, 2017 में शुरू हुई थी। सरकार ने बिजली से वंचित 24847,762 ऐसे परिवारों की पहचान की थी जिन्हें मार्च तक बिजली उपलब्ध कराई जानी है।
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