बैरवा समाज की महापंचायत में समाज सुधार के लिए दस बड़े फैसले लिए गए।
दौसा (ख.स.)। बैरवा समाज की महापंचायत को गणेशपुरा रोड स्थित डोरिया गार्डन में आयोजित हुई। जिसमें राजस्थान अन्य प्रदेश के बैरवा समाज के लोगों उपस्थित रही। जयपुर, बांदीकुई, दौसा, करौली, टोंक, सवाई माधोपुर, धौलपुर, अलवर, कोटा व बूंदी आदि जिलों से समाज के लोग शामिल हुए। इस दौरान समाज में वर्षों से चली आ रही कुरीतियों व कुप्रथाओं को समाप्त करने के नियम बनाए गए व कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिए सर्वसम्मति से निर्णय लिए गए।
महापंचायत के आरंभ में वक्ताओं ने समाज के विकास के लिए शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज का शिक्षा से विकास संभव है। वक्ताओं ने जरूरतमंद लोगों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए सहयोग का आह्वान किया। इसके बाद समाज में वर्षों से चली आ रही कुरीतियों व कुप्रथाओं को समाप्त करने के नियम बनाए गए।
इस दौरान भारतीय संविधान को आदर्श एवं सर्वोपरी मूल ग्रंथ की मान्यता समझकर इसकी सुरक्षा, सम्मान करने, हवन, यज्ञ, कथा, उपवास, भागवत, पैदल यात्रा, चढ़ावा, दान दक्षिणा जैसी फिजूल खचों को समाप्त करने, शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बालक-बालिकाओं को समान शिक्षा अनिवार्य करने, जन्मदिन का कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से मनाने प्रतिबंध, जामणा में दो बेस देने, शादी समारोह के लिए दोनों पक्षों को पूरी तरह छानबीन कर रिश्ता तय करे, जिससे की संबंध विच्छेद की सम्भावना नहीं रहे, रिश्ता करते समय स्वयं, मां, दादी के गोत्र ही लागू करने, सगाई, गोद भराई में अधिकतम 11 मेहमानों के शामिल होने, लग्न व टीका में अधिकतम 21 मेहमान ले जाने, लग्न, भात, शादी के सभी कार्यक्रम सूर्यास्त से पूर्व संफा कराने, प्री-वेडिंग प्रथा बंद करने, शादी में लड़की के लिए दान स्वरूप दिए जाने वाले आभूषण एवं सामान का विदाई के समय कोई जोड़ नहीं देने, दहेज प्रथा से बचने के लिए सामूहिक विवाह सम्मेलनों विवाह सम्मेलनों में विवाह कराने, सामूहिक आयोजनों में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध, मृत्यु पर शव का कपड़ा मुख्य रिश्तेदार द्वारा ही लाने अन्य रिश्तेदार पुष्प अथवा नारियल स्वीकार होंगे। तीए की बैठक में खाने पर पूर्ण प्रतिबंध, पैसे का लेन-देन, मलणी, ओठ बंद रहेगी, अस्थि विसर्जन के लिए सीमित व्यक्ति ही जाएंगे। मृत्यु भोज पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। गंगा पूजन पर पथवारी के सहित दो बेस स्वीकार होंगे। पगड़ी रस्म पर 1 रुपया ही दिया जाएगा व पिकअप डीजे सेट व रास्ते का डीजे बंद करने का निर्णय लिया गया। महापंचायत में रामप्रसाद बौद्ध, भामाशाह चेतराम बैरवा राहवास, एडवोकेट जगजीवनराम बैरवा, नरेश मीरवाल, कल्याण सहाय गोठवाल, भोमाराम वर्मा, मोहनलाल टोरडा, चिमनलाल डोरिया, बाबूलाल टोरडा, धनालाल, सिकंदरा प्रधान सुल्तान बैरवा, जयराम बैरवा, धनसीराम, रतनलाल आदि मौजूद रहे।


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