सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

आईओएस सागर पोर्ट विक्टोरिया, सेशेल्स पहुंचा

 भारतीय महासागर जहाज सागर बृहस्पतिवार को पोर्ट विक्टोरिया, सेशेल्स पहुंचा, जो दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र में चल रही परिचालन तैनाती में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जहाज का आगमन मॉरीशस के एक विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) निगरानी मिशन के सफल समापन के बाद हुआ है, जिसे नेशनल कोस्ट गार्ड मॉरीशस के समन्वय में अंजाम दिया गया था।

जहाज का पोर्ट विक्टोरिया, सेशेल्स पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया और रक्षा बलों के प्रमुख (सीडीएफ), सेशेल्स में भारत के उच्चायुक्त और रक्षा सलाहकार ने उसका स्वागत किया। बंदरगाह पर होने वाले इस दौरे में कई पेशेवर और सांस्कृतिक आदान-प्रदान होंगे, जिसमें बहुराष्ट्रीय चालक दल के सदस्यों के साथ क्रॉस-डेक यात्राएं, सीडीएफ और सेशेल्स रक्षा बलों (एसडीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत और एक संयुक्त योग सत्र शामिल है।

इन कार्यक्रमों का उद्देश्य भारत और सेशेल्स के बीच रक्षा संबंधों और आपसी विश्वास को मजबूत करना तथा क्षेत्रीय समुद्री साझेदारों के बीच सहयोग की भावना को गहरा करना है।

उल्लेखनीय है कि आईएनएस सुनयना, जिसे आईओएस सागर के नाम से जाना जाता है, दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र के 09 मित्र देशों के 44 नौसैनिकों से युक्त एक बहुराष्ट्रीय दल को लेकर रवाना हुई है। यह तैनाती क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (सागर) की भावना में क्षेत्रीय समुद्री सहयोग और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का उदाहरण है।

इससे पहले जहाज ने दार एस सलाम (तंजानिया), नकाला (मोजाम्बिक) और पोर्ट लुईस (मॉरीशस) के बंदरगाहों का दौरा किया, जहां स्थानीय नौसेनाओं और समुद्री सुरक्षा हितधारकों के साथ मिलकर प्रशिक्षण लिया, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान किया और अंतर-संचालन और आपसी समझ को बढ़ाया।

यह जहाज शुक्रवार को पोर्ट विक्टोरिया से अपने अंतिम बंदरगाह माले, मालदीव के लिए रवाना होगा, जहां वह अपने सहयोगात्मक समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय आउटरीच मिशन को जारी रखेगा।

आईएनएस सुनयना एक अत्याधुनिक सरयू श्रेणी की एनओपीवी है जो मध्यम और नजदीकी रेंज के गनरी हथियारों और मिसाइल रक्षा उपायों सहित आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरणों से सुसज्जित है। वह एक हेलीकॉप्टर भी ले जा सकती है, जो उसकी परिचालन और निगरानी क्षमता को बढ़ाता है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बारिश भी नहीं रोक पाई आस्था का सैलाब, हज़ारों भक्त, कनक दंडवत, डिग्गी कल्याण पद यात्रा : विजय शंकर पाण्डेय

  बारिश भी नहीं रोक पाई आस्था का सैलाब, हज़ारों भक्त, कनक दंडवत, डिग्गी कल्याण पद यात्रा : विजय शंकर  पाण्डेय   जयपुर (ख.सं.)।  जयपुर डिग्गी कल्याण जी पदयात्रा रवाना आज जयपुर ताडकेश्वर मन्दिर चौडा रास्ता से हर वर्ष की तरह डिग्गी कल्याण जी लखी पदयात्रा रवाना हुई जिसका रास्ते में भक्तो द्वारा जगह जगह स्वागत नाश्ता, भोजन व्यवस्था रहेगी। आज ताडकेश्वर मन्दिर से आयोजक श्री जी लोहिया द्वारा उप मुख्यमंत्री श्रीमती दिया कुमारी जी, एम एल ए गोपाल शर्मा, त्रिवेणी धाम खोजी जी द्वाराचार्य श्री राम रिछपाल दास जी, अवधेशाचार्य जी, धर्म प्रचारक विजय शंकर पाण्डेय ने ध्वज पूजन कर रवाना किया इस अवसर पर श्री जी लोहिया ने सभी को माला दुप्पटा ओढा कर सम्मान किया इस अवसर पर धर्म प्रचारक विजय शंकर पाण्डेय बताया कि डिग्गी कल्याण जी की 60वीं लक्खी पदयात्रा 31 जुलाई को जयपुर के ताड़केश्वर महादेव मंदिर से शुरू हुई थी। यह यात्रा लगभग 90 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 4 अगस्त को डिग्गीपुरी कल्याण जी मंदिर पहुंचेगी।  हमारे खबर संग्रह संवाददाता को यात्रा के मुख्य बिंदु चर्चा में बताया कि यात्र...

जम्मू कश्मीर में सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के अधीन:मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला

नई दिल्ली (ख.स.)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में उमर अब्दुल्ला ने जो कहा उसकी अपेक्षा एक मुख्यमंत्री से की जाती है, ये बात सही है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है जिसमें मुख्यमंत्री के हाथ में सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन फिर भी उमर अब्दुल्ला ने जो चिंता पहलगाम हमले के बाद विधानसभा के विशेष सत्र में ज़ाहिर की, उसने राष्ट्र के मसले पर भारत की मजबूत एकता का ही एक प्रमाण दिया है। जो एक बड़ी बात है जो उमर अब्दुल्ला ने कही कि बेशक उनके हाथ में कुछ नहीं है लेकिन मेज़बान होने के नाते उनकी ज़िम्मेदारी थी कि जो लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से कश्मीर आए उन्हें सकुशल वापस भेजा जाए जो नहीं हुआ।  मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला विधानसभा में भावुक होकर बोले कि इस हमले ने हमें अंदर से खोखला किया है, क्या जवाब दूं मैं उस नेवी अफसर की विधवा को, उस छोटे बच्चे को जिसने अपने पिता को खून में लथपथ देखा है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अतीत में हमने कश्मीरी पंडितों और सिख समुदायों पर आतंकी हमले होते देखे हैं, लंबे वक्त के बाद ऐसा हमला हुआ है. मेरे पास पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से मा...

उत्तर रेलवे ने सिगनल प्रणाली को आधुनिक

उत्तर रेलवे ने सिगनल प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए रेलटेल एंटरप्राइजिज के साथ समझौता:टी.पी. सिंह   नई दिल्ली (ख स.) रेलटेल कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कम्पनी रेलटेल एंटरप्राइजिज लिमिटेड(आर.ई.एल.) को उत्तर रेलवे के 13 रेलवे स्टेशनों पर  पुराने मैकेनिकल सिगनलिंग उपकरणों को बदलने और उनके स्थान पर अत्याधुनिक इलैक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली लगाने का कार्य सौंपा गया है । मौजूदा मैकेनिकल सिगनलिंग प्रणाली में सिगनलडाउन  करने और पटरियों को बदलने के लिए लीवर फ्रेमों का इस्तेमाल होता है । नई इलैक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिगनलिंग प्रणाली माऊस के एक क्लिक से ही सिगनल डाउन  करने और पटरियों को बदलने में सक्षम होगी ।  आर.ई.एल. को जिन 13 रेलवे स्टेशनों का कार्य सौंपा गया है उनमें से 3 दिल्ली मंडल और 10 अम्बाला मंडल के हैं । दिल्ली मंडल के 3 स्टेशनों में कलायत, कैथल और पेहोवा रोड और अम्बाला मंडल के 10 रेलवे स्टेशनों में आनन्‍दपुर साहिब, नंगलडैम, रोपड़ थर्मल प्लांट, बलुआना, गिद्दडबाहा, मलौट, पक्की, पंजकोसी, हिंदूमलकोट और फ...