मानवाधिकार कार्यकर्ता नेम सिंह प्रेमी ने बढ़ाया देश का मान, लॉस बेगॉस में जीता रॉयल महार्लिका पुरस्कार

भारत में एक दलित बेटे गवई ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद किया हासिल तो दूसरे दलित बेटे नेम सिंह प्रेमी ने अमेरिका के लॉस बैगास में रॉयल महार्लिका पुरस्कार जीतकर देश का मान बढ़ाया


दिल्ली ख.स.। आज भारत के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और अम्बेडकर-वादी विचारों के प्रसारक नेम सिंह प्रेमी  ने देश का नाम  रोशन किया lदुनिया भर में मानवाधिकार के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए उन्हें अमेरिका के प्रसिद्ध रॉयल महारलिका पुरस्कार से नवाजा गया। अमेरिका के लॉस बैगास में हुए पुरस्कार समारोह में इन्होंने विशिष्ट अतिथि के रूप में सभा को  संबोधित किया।

आज संयुक्त राष्ट्र के नौवें महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के समाज कल्याण नीतियों के चर्चे के साथ अब महार्लिका पुरस्कार विजेता प्रसिद्द अंतराष्ट्रीय  सामाजिक कार्यकर्त्ता नेम सिंह प्रेमी की अमेरिका में खूब चर्चा हो रही है l आपको बता दें कि भारत के  प्रसिद्द मानवाधिकार  कार्यकर्त्ता नेम सिंह प्रेमी को अमेरिका के प्रसिद्द 7 वें डब्ल्यूसीएच रॉयल समिट में नाइट की उपाधि भी दी गई।

नेम सिंह प्रेमी, एक प्रसिद्ध मानव अधिकार कार्यकर्ता हैं, जो International Human Rights Organization (IHRO) के अध्यक्ष भी हैं। IHRO एक नई दिल्ली स्थित संगठन है। वह भारत सहित दुनियां के 50  देशों में अपने काम के लिए जाने जाते हैं, डॉ प्रेमी कई मानवीय प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।  

वह शारजाह में मौत की सजा से बचाकर 17  व्यक्तियों भारत ले आए और लीबिया से 400बंधुआ मजदूरों की वतन वापसी करवा चुके हैं l इसके अलावा अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रेमी तब चर्चे में आए थे जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में सीधे ईरानी सरकार के सामने बहाई समुदाय के प्रति धार्मिक पूर्वाग्रह की निंदा करते हुए अपनी आवाज उठाई और उनका हक़ दिलाया । साथ ही इन्होंने कोरोना काल में 400 बेड का अस्पताल खोलकर जरूरतमंद को मदद पहुंचाने का अनुपम कार्य किया l 

विगत वर्षों में , डॉ. प्रेमी के संस्था अंतराष्ट्रीय ह्यूमन राइट ऑर्गेनाइजेशन का विस्तार भारत के साथ साथ दुनियां के 50 से अधिक देशों  में हुआ है। उनके काम का गहरा प्रभाव  विशेष रूप से  पंजाब, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, और महाराष्ट्र राज्यों में देखा जाता हैं जहां उनके हस्तक्षेप ने अनगिनत व्यक्तियों को न्याय दिलाया है।

रॉयल महार्लिका के चर्चित हस्तियों  द्वारा पृथ्वी के रक्षक, शांति-निर्माता और परिवर्तन-निर्माताओं को सम्मानित करने के लिए हर साल सम्मान समारोह का आयोजन करती है। यह संस्था  उन व्यक्तियों को यह पुरस्कार देती हैं जिन्होंने न्याय और मानव गरिमा को बनाए रखने के लिए असाधारण समर्पण का प्रदर्शन किया है। रानी मरियम लियोनोर टोरेस मस्तुरा, वी केयर फॉर ह्यूमैनिटी (डब्ल्यूसीएच) के अध्यक्ष और संस्थापक, लुज़ोन तागालोग के रॉयल हाउस की पोती या मगुइंडानाओ सल्तनत से रॉयल महार्लिका हैं और उन्होंने ही इस महत्वपूर्ण समारोह की अध्यक्षता भी किया ।

गोल्ड कोस्ट होटल के नेवादा बॉलरूम में आयोजित प्रभावशाली 7वें WCH रॉयल समिट सम्मेलन के लिए दुनिया भर से प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति, राजघराने और नेता एकत्रित हुए। शिखर सम्मेलन, मानवतावाद, शांति और विकास पर संवाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण अभिसरण, वी केयर फॉर ह्यूमैनिटी (WCH), रॉयल महारलिका और मैगुइंडानाओ सल्तनत द्वारा लास वेगास के फिलीपीन मानद वाणिज्य दूतावास के सहयोग से, इसके संयोजक महा पुत्री मरियम लियोनोर टोरेस मस्तुरा के नेतृत्व में आयोजित किया गया था। सभी पहलुओं से, यह एक बहुत ही सफल आयोजन रहा ,जिसमें एक सामान्य उद्देश्य के लिए दुनिया भर से आए प्रतिनिधियों के बीच मानवता के लिए बनाए गए कार्ययोजना के लिए आम सहमति बनी l

7वें WCH रॉयल समिट सम्मेलन ने विविध आवाज़ों और दृष्टिकोणों को सफलतापूर्वक एक साथ लाया, एक बेहतर दुनिया के लिए वैश्विक मानवीय प्रयासों और सहयोगी कार्रवाई के लिए प्रतिबद्धताओं को मजबूत किया।

आयोजकों के बारे में: वी केयर फॉर ह्यूमैनिटी (WCH) एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त गैर-लाभकारी संगठन है जो शांति, मानवाधिकारों और सतत विकास की वकालत करता है। रॉयल महार्लिका  और मगुइंडानाओ सल्तनत सांस्कृतिक संरक्षण और सामुदायिक कल्याण के लिए समर्पित प्रतिष्ठित पारंपरिक संस्थाएं हैं। 

इस समारोह में मुख्य तौर पर IHRO के अध्यक्ष डॉ नेम सिंह प्रेमी, IHRO महासचिव जीके बंसल, मारिया लियोनेरा टोरेस, बेला औरेरा बेल्मोंटे, इंडोनेशिया के सीनेटर माया ओलिवा रूमेंटीर, युगांडा के राजा और महारानी और केन्या के सीनेटर कारेन नजेरी नयामू आदि गणमान्य उपस्थित रहे।





एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ