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वर्ष 2047 में पुनः विश्वमंच पर सिरमौर बनेगा भारत : उच्च शिक्षा मंत्री

भोपाल, (ख.स.) । भारत के हर राज्य, हर क्षेत्र में, अपनी मातृभाषा में शिक्षा दी जाती थी और भारत की अपनी समृद्ध शिक्षा पद्धति थी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 ने पुनः भारत केंद्रित शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र के पुनर्निर्माण का सौभाग्यशाली अवसर दिया है। हमें भारत के दर्शन को समझना होगा और गर्व के भाव के साथ भारतीय दृष्टि से हर क्षेत्र, हर विषय में विद्यमान परम्परागत भारतीय ज्ञान को पुनः विश्वमंच पर स्थापित करना होगा।







देश की गौरवशाली उपलब्धियों पर जनमानस को गर्व करने की आवश्यकता है। यह बात उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने रविवार को भोपाल स्थित रवीन्द्र भवन के हंसध्वनि सभागार में, नवप्रयास सांस्कृतिक एवं सामाजिक विकास समिति भोपाल के तत्वावधान में “प्रतिभा सम्मान समारोह-2025” में सहभागिता कर कही। मंत्री परमार ने कहा कि भारत, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विश्वमंच पर सिरमौर था, विश्वगुरु की संज्ञा से सुशोभित था। विश्व भर के लोग हमारे यहां शिक्षा एवं स्वास्थ्य लाभ लेने आते थे।

उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि विद्यार्थियों में मातृभूमि के प्रति श्रद्धा एवं कृतज्ञता का भाव जीवन पर्यंत रहना चाहिए। परमार ने कहा कि स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 में भारत पुनः विश्वमंच पर सिरमौर बनेगा।

भारत वर्ष 2047 तक, खाद्यान्न एवं ऊर्जा के क्षेत्र में न केवल आत्मनिर्भर बल्कि विश्व के अन्य देशों की पूर्ति करने में सामर्थ्यवान बनेगा। इसके लिए हम सभी की संकल्पित सहभागिता एवं पुरुषार्थ की आवश्यकता है। उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने भोपाल (दक्षिण- पश्चिम) विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मेधावी विद्यार्थियों एवं उत्कृष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित कर, उन्हें शुभकामनाएं एवं बधाई भी दीं।

कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के लिए कैरियर काउंसलिंग के साथ-साथ, उनकी जिज्ञासाओं के समाधान के लिए विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा उनसे संवाद भी किया गया।

समारोह में भोपाल (दक्षिण- पश्चिम) विधानसभा क्षेत्र के विधायक भगवान दास सबनानी, पद्म हरचंदन सिंह भट्टी, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल के कुलगुरू विजय मनोहर तिवारी, शैक्षणिक सलाहकार एवं मनोवैज्ञानिक कला मोहन एवं ख्यातिलब्ध चिकित्सक डॉ. प्रिया भावे चित्तावर सहित विभिन्न शिक्षाविद्, विद्यार्थी, छात्र-छात्राओं के अभिभावक एवं प्रतिभाओं सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित थे।

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