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'पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को सम्मानित करें केंद्र सरकार' कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों ने उठाई मांग -

नई दिल्ली (ख.स.)। 

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर कांग्रेस नेता उदित राज ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. उदित राज ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा, कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सत्यपाल मलिक को कोई सम्मान नहीं दिया गया। यहां तक कि उनके पार्थिक शरीर को अस्पताल में रखने के लिए भी इजाजत मांगनी पड़ रही है।

उदित राज के मुताबिक केंद्र सरकार न सिर्फ जिंदा लोगों से बदला लेती है, मुर्दों से भी बदला लेती है. उन्होंने कहा कि मलिक कई सम्मानित पदों पर रहे, लेकिन बीजेपी सरकार ने कभी उन्हें सम्मान नहीं दिया. उन्होंने ये भी कहा कि पुलवामा का सच सत्यपाल मलिक ने उजागर किया था, वो पूरे देश की आवाज बने. इसलिए मोदी सरकार उनसे नाराज रही।

दूसरी तरफ राजस्थान के नागौर से लोकसभा सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने मांग उठाई कि सत्यपाल मलिक को पूर्व राज्यपाल होने के नाते सरकार द्वारा सम्मानित किया जाना चाहिए, उन्होंने केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय से मांग की है कि सत्यपाल मलिक को राजकीय सम्मान दिया जाए. बेनीवाल ने भी कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो ये गलत परंपरा बनेगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का अपमान और लोकतंत्र की हत्या के बराबर माना जाएगा।

हरियाणा कांग्रेस के नेता और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर कहा, "आज हरियाणा से कांग्रेस के सभी सांसद उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंच हैं... हम सत्पाल मलिक को श्रद्धांजलि दे रहे हैं जिनका जीवन एक तपस्या रहा... अपनी निर्भीकता के लिए, कृषि और किसानों के लिए उन्होंने जो आवाज उठाई उसके लिए उन्हें याद किया जाएगा. ईश्वर से हमारी यही प्रार्थना है कि उनके परिवार और उनके निकटजनों को शक्ति दें, दुख का सामना करने के लिए और उन्हें अपने श्रीचरणों में उन्हें स्थान दें... वे अलग-अलग पदों पर रहे... राज्यपाल का उनका अंतिम संवैधानिक पद रहा... उसके अनुरूप उन्हें जो प्रोटोकोल दिया जाना चाहिए, यही हमारी उम्मीद है।"


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