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दिल्ली सरकार ने डीजीएचएस डॉ. रति मक्कड़ के वीआरएस आवेदन को किया मंजूर, आप पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज उठाए सवाल

नई दिल्ली (ख.स.)। दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. रति मक्कड़ के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के आवेदन को स्वीकार कर लिया है। डॉ. रति मक्कड़ ने 15 जुलाई को अपनी वीआरएस की फाइल दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग को भेजी थी, तभी से उनकी फाइल लंबित थी. अब सरकार ने उनके आवेदन को स्वीकार करते हुए उनको आगामी 9 अगस्त से रिटायर कर दिया है. डॉ. रति मक्कड़ को डॉ. वंदना बग्गा के सस्पेंशन के बाद दिल्ली का स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक बनाया गया था।

उन्हें उपराज्यपाल की स्वीकृति पर जारी हुए आदेश के तहत अप्रैल के अंतिम सप्ताह में दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड सीएमओ (मुख्य मेडिकल आफिसर) के पद से डीजीएचएस के पद पर नियुक्त किया गया था. इसके बाद दिल्ली सरकार द्वारा 19 जून को दिल्ली मेडिकल काउंसिल को भंग करने के बाद काउंसिल के रजिस्ट्रार का अतिरिक्त कार्यभार भी डॉ. रति मक्कड़ को सौंप दिया गया था. बताया जा रहा है कि डीएमसी रजिस्ट्रार का कार्यभार सौंपने के बाद से ही उन्होंने वीआरएस लेने का मन बना लिया था और सरकार को अपनी वीआरएस की फाइल भेज दी थी।

जानकारों का कहना है कि डीएमसी में हुई अनियमितताओं की जांच और फिर से डीएमसी के चुनाव कराने को लेकर डॉ. रति मक्कड़ कुछ दबाव महसूस कर रही थीं, जिसके चलते उन्होंने वीआरएस का मन बनाया. सरकार भी पहले उनको वीआरएस देने के मूड में नहीं थी, इसलिए यह निर्णय लेने में सरकार ने समय लगाया. बता दें कि, डॉ. रति मक्कड़ पेशे एक डर्मेटोलॉजिस्ट हैं. उपराज्यपाल ने सात जनवरी को तत्कालीन डीजीएचएस डॉ. वंदना बग्गा को सस्पेंड करके नौ जनवरी को एडिशनल डायरेक्टर डॉ. राजेश कुमार को डीजीएचएस का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया था. इसके बाद अप्रैल में डॉ रति मक्कड़ ने डीजीएचएस का कार्यभार संभाला था।

आप नेता सौरभ भारद्वाज ने साधा निशाना: दिल्ली सरकार की तरफ से डॉ. रति मक्कड़ के वीआरएस के आवेदन को मंजूरी देने के बाद आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सरकार पर निशाना साधा है. सौरभ भारद्वाज ने अपने एक हैंडल से किए गए पोस्ट में लिखा है, महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं ने वीआरएस ले लिया है, इससे पहले डीजीएचएस को तुच्छ आधार पर निलंबित कर दिया गया था. स्वास्थ्य विभाग में क्या हो रहा है?





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